हरियाणा: राष्ट्रीय शिक्षा परिषद की मान्यता के बिना चल रहे सरकारी शिक्षण संस्थान!

 

हरियाणा के गुरुग्राम और कुरुक्षेत्र में स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस स्टडीज इन टीचर एजुकेशन नाम से सरकारी संस्थान, राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद् (एनसीटीई) की मान्यता लिए बिना ही बीएड और बीएससी बीएड के कोर्स चला रहे हैं. हैरान करने वाली बात है कि दोनों शिक्षण संस्थान, हरियाणा सरकार के अंतर्गत चल रहे हैं लेकिन दोनों में से एक भी संस्थान के पास राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद की मान्यता नहीं है. यह खुलासा आरटीआई द्वारा मांगी गई जानकारी में हुआ है.

आरटीआई में सामने आया कि एनसीटीई ने दोनों संस्थानों के किसी भी तरह के निरीक्षण से इनकार किया है. चार साल के इंटीग्रेटेड कोर्स के लिए प्रत्येक संस्थान में 100 सीटें हैं. वहीं दोनों संस्थानों में पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए 9 सितंबर से काउंसलिंग शुरू करने की तैयारी की जा रही है.

गुरुग्राम यूनिवर्सिटी का कहना है कि इस संबंध में स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडीज इन टीचर एजुकेशन के प्रिंसीपल को पिछले नौ महीने में तीन बार पत्र भेजकर एनसीटीई द्वारा जारी एनओसी मांगी गई लेकिन संस्थान की ओर से अब तक एनओसी जमा नहीं कराई गई है.

आरटीआई एक्टिविस्ट ने अब गुरुग्राम और कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को पत्र लिखकर पाठ्यक्रम चलाने वाले संस्थानों की सदस्यता रद्द करने की मांग की है. ऐसे में यह छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है क्योंकि एनसीटीई से मान्यता लिये बिना चलाए जा रहे कोर्स की कोई कानूनी वैधता नहीं है. वहीं गुरुग्राम और कुरुक्षेत्र में चल रहे दोनों शिक्षा संस्थानों को एनसीटीई की वेबसाइट पर भी मान्यता प्राप्त संस्थानों की सूची में नहीं रखा गया.

एनसीटीई अधिनियम 1993 के अनुसार, कोई भी संस्थान एनसीटीई से मान्यता लिए बिना कोर्स नहीं चला सकता है. वहीं गुरुग्राम स्थित संस्थान के निदेशक ऋषि गोयल ने का कहना है कि एनसीईटी से मान्यता प्राप्त करने का मामला प्रक्रिया में है हमें जल्द ही विभाग की ओर से एनओसी मिल जाएगी.