रोहतक: DLC आर्ट यूनिवर्सिटी फैकल्टी के धरने के 77 दिन पूरे, कोई सुनवाई नहीं!

 

रोहतक स्थित दादा लखमी चंद स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ परफॉर्मिंग एंड विजुअल आर्ट्स (डीएलसी एसयूपीवीए) के फैकल्टी सदस्यों के विरोध प्रदर्शन को 77 दिन पूरे हो गए हैं. यूनिवर्सिटी शिक्षकों ने प्रशासन पर यूजीसी द्वारा अनुमोदित वेतनमान, सातवें केंद्रीय वेतन आयोग और पदोन्नति से वंचित करने का आरोप लगाया है.

डीएलसी एसयूपीवीए टीचर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष इंद्रनील घोष ने कहा, “उपरोक्त मांगों के पूरा न होने के कारण हम लगभग एक दशक से उत्पीड़न और अपमान झेल रहे हैं.”

फैकल्टी के अनुसार, गतिरोध जारी है क्योंकि विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं दी है. उन्होंने कहा, “राज्य सरकार ने कई महीने पहले विश्वविद्यालय प्रशासन को एक पत्र भेजा था, लेकिन इसे अभी तक लागू नहीं किया गया है. इसलिए, हमें विरोध प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होना पड़ा.”

वहीं दूसरी ओर यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है कि सरकार को शिक्षकों की मांगों से अवगत करा दिया गया है और उनकी समस्या को दूर करने के प्रयास किए जा रहे हैं. अंग्रेजी अखबार दैनिक ट्रिब्यून को यूनिवर्सिटी के वीसी गजेंद्र चौहान ने कहा, “मैंने व्यक्तिगत रूप से शिक्षकों की मांगों से मुख्यमंत्री को अवगत कराया है, जिन्होंने संबंधित अधिकारियों को मामले को देखने और आवश्यक कार्रवाई करने के लिए कहा है.”