नूहं: अवैध खनन रोकने गए डीएसपी को डंपर से कुचला, मौके पर मौत!

 

नूंह जिले के ताबड़ू में खनन माफियाओं ने डीेएसपी सुरेंद्र सिंह पर डंपर चढ़ा दिया. डीएसपी सुरेंद्र सिंह अवैध खनन की सूचना मिलने के बाद ताबड़ू की पहाड़ी पर छापा मारने पहुंचे थे. पहाड़ी पर उन्हें पत्थर ले जाते वाहन मिले, जिसे उन्होंने रोकना शुरू कर दिया. इसी बीच माफियाओं ने डीेएसपी सुरेंद्र सिंह पर पत्थरों से भरा डंपर चढ़ा दिया और उन्की मौके पर ही मौत हो गई.

दरअसल तावड़ू पुलिस को पंचगांव की पहाड़ी में बड़े स्तर पर अवैध खनन की सूचना मिली थी. डीेएसपी सुरेंद्र सिंह अपनी टीम के साथ पहाड़ी पर अवैध खनन को रोकने के लिए पहुंचे थे जिसके बाद खनन माफियाओं ने डीएसपी पर डंपर चढ़ा कर उन्की हत्या कर दी.

मीडिया में छपी खबरों के अनुसार डीएसपी सुरेंद्र सिंह अपनी सरकारी गाड़ी के पास खड़े थे. डंपर की टक्कर से वह नीचे गिर गए और डंपर उनको रौंदता हुआ ऊपर से निकल गया और डीएसपी सुरेंद्र सिंह ने मौके पर ही दम तोड़ दिया. वारदात के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए. घटना की जानकारी के बाद बड़ी संख्या में अफसर और पुलिस टीम मौके पर पहुंची और सर्च अभियान शुरू किया गया.

नूहं के तावड़ू क्षेत्र में अरावली की पहाड़ियों पर लंबे समय से बड़े स्तर पर अवैध खनन किया जा रहा है. प्रशासन ने इस पर रोक लगाने के लिए पिछले महीने ही उपमंडल स्तर पर एक स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया था. इसमें कई विभागों के अधिकारी शामिल किये गए थे. डीएसपी सुरेंद्र सिंह को भी तावड़ू क्षेत्र में स्थित अरावली की पहाड़ियों पर अवैध खनन रोकने की कमान दी गई थी.

वहीं इस घटना पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने डीएसपी को शहीद का दर्जा देने और परिजनों को एक करोड़ की आर्थिक सहायता देने की बात कही.

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ट्वीट करते हुए लिखा, “DSP तावडू (नूंह) सुरेंद्र सिंह जी की हत्या के मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के आदेश दे दिए गए हैं, एक भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. शोकाकुल परिजनों के साथ मेरी गहरी संवेदनाएं हैं. ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें.

डीएसपी सुरेंद्र सिंह हिसार जिले के आदमपुर क्षेत्र के गांव सारंगपुर के रहने वाले थे. 12 अप्रैल 1994 को हरियाणा पुलिस में ASI के पद पर भर्ती हुए सुरेंद्र सिंह की 31 अक्टूबर को सेवानिवृत्ति होनी थी.