मुआवजे की मांग से मुकरी खट्टर सरकार, किसानों ने सरकारी दफ्तर पर जड़ा ताला!

 

मानेसर में जमीन अधिग्रहण के मुद्दे को लेकर सैकड़ों किसानों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए HSIIDC दफ्तर पर ताला जड़ दिया. दरअसल किसान लंबे समय से आईएमटी मानेसर के विस्तार के लिए तीन गांवों -कसान, काकरोला और सेहरावां में 1,810 एकड़ जमीन के अधिग्रहण के लिए उन्हें दिए गए कम मुआवजे का विरोध कर रहे हैं. किसानों ने कहा कि जमीन का अधिग्रहण दीनदयाल योजना के तहत किया गया था. सरकार ने इसके लिए 56 लाख रुपये प्रति एकड़ का मुआवज़ा तय किया है, जबकि उनकी जमीन का मार्किट रेट 11 करोड़ रुपये प्रति एकड़ है.

इस पर किसानों का कहना है कि यह हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए मौत का वारंट है क्योंकि हमारे पास यही सब कुछ है, किसानों ने कहा इस मुद्दे को लेकर पिछले साल भी विरोध प्रदर्शन किया था, जिसके बाद दिसंबर में सीएम मनोहर लाल खट्टर ने बढ़े हुए मुआवजे की घोषणा की थी, लेकिन इसके बारे में कोई औपचारिक अधिसूचना नहीं की गई थी. दिसंबर में विधानसभा में अपने बयान के दौरान सीएम ने मुआवजे का नया रेट 2.67 करोड़ रुपये प्रति एकड़ की घोषणा की थी, जबकि पहले 92 लाख रुपये प्रति एकड़ था.

इसको लेकर किसानों ने एक महापंचायत भी की जिसमें बड़े किसान नेता जुटे थे. इस मुद्दे पर किसानों ने पहले भी कई विरोध प्रदर्शन किए हैं और सामूहिक आत्महत्या की धमकी भी दी है. इस बार फिर से सरकार को चेतावनी जारी करने के लिए, किसानों ने शाम को तहसील कार्यालय तक मार्च किया और सरकारी दफ्तर पर ताला लगा दिया.