गन्ने के दाम में बढ़ोतरी की मांग को लेकर किसानों का प्रदर्शन!

 

भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू-अराजनैतिक) से जुड़े सैकड़ों किसानों ने गन्ने की कीमत 450 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ाने की मांग को लेकर मुजफ्फरनगर में पैदल मार्च किया. कलक्ट्रेट पर मंगलवार से शुरू हुए धरना दो दिनों तक जारी रहा. किसानों ने सरकार पर सवाल उठाया कि गुड़ बनाने वाले कोल्हू 400 रुपये प्रति क्विंटल पर गन्ना खरीद रहे हैं, जबकि गन्ना मिलें अभी भी 350 रुपये प्रति क्विंटल का भुगतान कर रही हैं.

बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता धर्मेंद्र मलिक ने कहा, “उत्तर प्रदेश में गन्ना पेराई सत्र के दो महीने बीत जाने के बावजूद, किसान अपने गन्ने की कीमत से अनजान हैं. प्राकृतिक आपदाओं और बीमारियों के कारण इस वर्ष गन्ने का उत्पादन कम होने से चीनी मिलों और कोल्हुओं के बीच गन्ने को लेकर टकराव तेज हो गया है. फिलहाल कोल्हू संचालक 400 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से गन्ना खरीद रहे हैं. उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कीमतों में बढ़ोतरी की उम्मीद में किसान मिलों को गन्ने की आपूर्ति जारी रखे हुए हैं.”

मंडल अध्यक्ष नीरज पहलवान और जिला अध्यक्ष अंकित चौधरी ने कहा कि जब तक गन्ना मूल्य तय नहीं हो जाता और पुरबालियान गांव में रुके काम पूरे नहीं हो जाते, तब तक कलक्ट्रेट पर धरना जारी रहेगा. बीकेयू-टिकैत के मीडिया प्रभारी अर्जुन बालियान ने कहा, “गन्ने की कीमतों में उचित वृद्धि की मांग के लिए, बीकेयू 5 जनवरी को यूपी के हर जिले में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन के लिए तैयारी कर रहा है. सरकार ने 2022 के चुनावों के दौरान किसानों से वादे किए थे, लेकिन लगभग दो साल बीत चुके हैं, और ये वादे अधूरे हैं. बीकेयू उच्च गन्ना मूल्य, समय पर भुगतान, मुफ्त बिजली, आवारा जानवरों का प्रबंधन सहित विभिन्न मांगों के लिए दबाव डालेगा.”