बुढ़ापा पेंशन में हुए करोड़ों रुपये के घोटाले की जांच CBI को सौंपी!

 

पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट ने हरियाणा में हुए बुढ़ापा पेंशन योजना को लेकर बड़ा फैसला सुनाते हुए घोटाले की जांच केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई को सौंप दी है. दरअसल हरियाणा सरकार के अधिकारी मृतक बुजुर्गों के नाम पर बुढ़ापा पेंशन जारी कर सरकारी खातों से खजाना लूट रहे थे. बुढ़ापा पेंशन से जुड़ा यह गबन कैग की रिपोर्ट में भी सामने आया था.

लेकिन सरकार की ओर से इस घोटाले में कोई जांच नहीं की गई जिसके सामाजिक कार्यकर्ता राकेश बैंस ने मामले की सीबीआई जांच की मांग को लेकर हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की थी. यानी कैग की रिपोर्ट के सहारे घोटाले को कोर्ट में घसीटा गया जिसके बाद हाई कोर्ट ने अब इस पूरे मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है. हाई कोर्ट की ओर से सीबीआई को 8 हफ्ते के भीतर मामले की जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है.

याचिकाकर्ता राकेश बैंस की ओर से हाई कोर्ट में मामले को देख रहे एडवोकेट प्रदीप राबड़िया ने बताया, “इस मामले में 60 वर्ष से कम उम्र के लोगों और मृतक बुजुर्गों के नाम से भी पेंशन जारी की जा रही थी.” बता दें कि इस पूरे मामले में सीबीआई कईं बड़े आईएएस अधिकारियों से भी पूछताछ कर सकती है.

बता दें कि हरियाणा में बुढ़ापा पेंशन एक सियासी टूल के तौर पर प्रयोग होता रहा है जहां पिछले विधानसभा चुनाव में जेजेपी नेता और मौजूदा उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बुढ़ापा पेंशन 5 हजार रुपये महीना करने का वादा किया था जो अब तक केवल 2750 तक पहुंच पाई है तो वहीं आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने 6 हजार रुपये बुढ़ापा पेंशन करने का वादा कर दिया है.