पीएम मोदी की सुरक्षा चूक मामले में पंजाब पुलिस के सात अफसर निलंबित!

 

आखिरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक के मामले में पंजाब सरकार ने कार्रवाई कर ही दी है. भले ही इस कार्रवाई में लगभग दो साल लग गए. प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक के मामले में भगवंत मान सरकार ने अब एसपी गुरबिंदर सहित सात पुलिस अफसरों को भाई निलंबित कर दिया है. मोदी विधानसभा चुनावों से ठीक पहले पिछले साल जनवरी में पंजाब के दौरे पर आए थे, तब हुसैनीवाला जाते समय रास्ते में प्रदर्शनकारी आ धमके थे. ऐसे में मोदी का काफिला करीब 20 मिनट तक सड़क पर रुका रहा था. इस मामले में पंजाब सरकार ने अब कार्रवाई करते हुए फिरोजपुर के तत्कालीन एसपी (ऑपरेशन) गुरविंदर सिंह को ड्यूटी में लापरवाही का जिम्मेदार मान कर निलंबित कर दिया है. इस समय वे बठिंडा में एसपी के पद पर तैनात थे. उनके साथ ही डीएसपी परसन सिंह व जगदीश कुमार, इन्स्पेक्टर तेजिंदर सिंह, बलविंदर सिंह व जतिंदर सिंह और एएसआई राकेश कुमार को भी निलंबित कर दिया गया है.

पंजाब सरकार ने यह कार्रवाई 18 अक्टूबर को भेजी गई डीजीपी की रिपोर्ट के आधार पर की है. इस मामले में पिछले साल अगस्त में अपेक्स कोर्ट और केंद्र सरकार को रिपोर्ट सौंप दी गई थी. इसी रिपोर्ट के आधार पर केंद्र ने पिछले साल सितंबर महीने में पंजाब सरकार को चिट्ठी लिख कर दोषी अफसरों के खिलाफ कार्रवाई के लिए कहा था. प्रधानमंत्री मोदी पिछले साल 5 जनवरी को पंजाब में फिरोजपुर जिले में चुनावी दौरे पर आए थे. उन्हें हुसैनीवाला जाना था. भारी बारिश के कारण मोदी सड़क मार्ग से जा रहे थे. हुसैनीवाला से करीब 30 किलोमीटर पहले रास्ते में प्रदर्शनकारी सड़क पर आ गए थे इससे तलवंडी भाई फिरोजपुर हाइवे पर बने फ्लाई ओवर पर उनका काफिला करीब 20 मिनट तक रुका रहा था.

सुप्रीम कोर्ट ने मामले की जांच के लिए पूर्व जस्टिस इंदु मल्होत्रा की अध्यक्षता में पांच सदस्य समिति गठित की थी. पहले इस घटनाक्रम के लिए एसएसपी हरमनदीप सिंह हंस को ही जिम्मेदार माना जा रहा था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर बनी समिति की रिपोर्ट में तत्कालीन मुख्य सचिव और डीजीपी की लापरवाही भी सामने आई थी. रिपोर्ट में कहा गया था कि अधिकारी ठीक ढंग से अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा पाए. रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि आईजी (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) आर. आर. भगत ने पुलिस अफसरों को पहले ही इनपुट मुहैया करवाए थे, लेकिन समय रहते उनके आधार पर कार्रवाई नहीं की गई. बहरहाल, अब पंजाब पुलिस के सात अफसर व निलंबित कर दिए गए हैं.