मोनू मानेसर से पूछताछ में खुलासा, एक हफ्ते पहले रची थी नासिर-जुनैद हत्याकांड की साजिश!

 

कथित गौरक्षा के नाम पर राजस्थान के दो मुस्लिम युवाओं की हत्या के मुख्यारोपी मोनू मानेसर की गिरफ्तारी के बाद इस हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ है. मोनू मानेसर ने पुलिस पूछताछ के दौरान खुलासा किया कि नासिर-जुनैद की हत्या की साजिश एक हफ्ते पहले की गई थी. खुद मोनू मानेसर भी घटना से दो-तीन दिन पहले राजस्थान सीमा में रेकी करके गया था. हत्या के बाद से मोनू मानेसर फरार था. मोनू मानेसर को दो दिन पहले हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार किया है जिसके बाद उसको राजस्थान पुलिस को सौंपा गया है.

भरतपुर के घाटमीका गांव के नसीर (25) और जुनैद (35) को कथित गौरक्षकों ने 15 फरवरी की रात को गौ तस्करी के संदेह में अगवा किया था जिसके बाद भिवानी के लोहारू थाना क्षेत्र के बरवास गांव में एक कार में दोनों युवाओं के जले हुए शव मिले थे. अपहरण के वक्त नासिर जुनैद के पास गाय नहीं थी. अपहरणकर्ताओं ने मोनू मानेसर से भी बात की भी. जब मामला फंस गया तो दोनों मुस्लिम युवाओं को जमकर पीटा गया और अधमरी हालत में फिरोजपुर झिरका थाने ले जाया गया. यहां पुलिस ने जुनैद नासिर को थाने में रखने से इनकार कर दिया और इसके बाद दोनों युवाओं को गाड़ी समेत जिंदा जला दिया गया.

राजस्थान पुलिस ने घटना के तीन महीने बाद कोर्ट में दायर चार्जशीट में नसीर-जुनैद हत्याकांड में 30 गौ रक्षकों को आरोपी बनाया अब तक गिरफ्तार किए गए लोगों में मोनू मानेसर के अलावा रिंकू सैनी, मोनू राणा और गोगी शामिल है.